पीठक दर्द आ योग
हमर पीठ पछिला एक महिना सं बड्ड कष्ट द रहल अछि.
किछु दिन सहन केलहुं. दर्द बढ़िते चलि गेल.
एक दिन एक टा छोट गेरुआ खरिदलहूँ आ टिका देलियैक ओकरा कार्यालायक कुर्सी पर!
कनेक आराम त भेटल मुदा सांझ होइत – होइत फेर वैह हाल. इलाज बस एक्के टा .. कनियाँक हाथ.
पछिला सप्ताह चिकित्सक महोदय सं परामर्श कैल.
कहला क्ष-किरण (एक्सरे ) कराऊ. क्ष-किरण के रिपोर्ट देखलाक बाद ओ निष्कर्ष बतेलाह:
१. कोनो गंभीर समस्या नहिं अछि
२. बैसबाक तरीका ठीक करू. बिलकुल सीधा बैसू.
३. शारीरिक क्रिया कलाप बढ़ाऊ. खाली कंप्यूटर पर बैसने काज नहीं चलत.
४. व्यायाम करू. प्रति दिन कम स कम १/२ घंटा
५. विटामिन – डी के कमी अछि. किछु समय रौद में सेहो बिताऊ.
६. कहिया खसल रही? (हम कहलियन्ही – जे हम आमक गाछ पर स खसल रही १५-२० साल पाहिले)
६. मेरुदंड के ठीक रखबाक लेल सेहो किछु व्यायाम करू.
कनेक आश्वस्त भेलहुँ, चलू कोनो रोग अखन नहीं धैलक अछि.
निर्णय लेलहुं जे आब खूब व्यायाम करब आ दर्द निवारण भ जायत.
लेकिन हाय रे काज … ई सप्ताह त ततेक मुश्किल छल जे पुछू नहिं.
भोरे सात बजे स राति लगभग २ बजे धरि बस अपने पढ़नाई, कार्यालय में कनिष्ठ, वरिष्ठ आ ब्रराबर के सहयोगी सभ के पढ़ेनाई. प्रश्न पत्र बनेनाई.
मीटिंग , मीटिंग आ मीटिंग.
संक्षेप में ई जे .. दवाई त खेलहूँ मुदा व्यायाम नहिं केलहुं.
काल्हि भोरे – भोर सुति क उठलहूँ (कनियाँ उठा देलथि) आ गेलहुं दौर लगेबाक लेल. मुदा आई त उठिए नहिं पेलहूँ(कनियाँ के द्वारा उठेला के बादो)
आई रामदेव जी के एक टा योगाभ्यासक विडियो देखलहुं आ निर्णय केलहुं जे अकर अभ्यास कैल जय. हम निम्न लिंक स अभ्यास करब. देखियौ की होइत छैक.
मेरुदंड के व्यायाम
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