बड़ सुखसार पाओल तुअ तीरे
बड़ सुखसार पाओल तुअ तीरे। छाड़इते निकट नयन बह नीरे। कर जोड़ि बिनमञो विमलतरङ्गे । पुन दरसन होअ पुनिमति गङ्गे । एक अपराध छेँओब मोर जानी । परसल माए पाए तुअ पानी। कि करब जप तप जोग धेआने । जनम सुफल भेल एकहि सनाने। भनइ विद्यापति समन्दञो तोही । अंत …