
एकटा स्वप्न – जंगल में हेरा गेलहुं
काल्हि हम कनियाँ संगे एक टा सड़क किनार में ठाढ़ रही – पता नहिं कियैक. सड़क के बीच के पट्टी पर बड़का-बड़का गाछ रहैक. एक टा छौड़ा ओहि गाछक नीचा बैसल रहैक – एक टा बड़का टोपी पहिरने. कनेक काल बाद एक टा लुक्खी गाछ पर स उतरलैक. छौड़ा लुक्खी …